Bihar Board 10th Hindi objective 2022 Class 10th Hindi gunakar mule Objection question pdf
5. गुणाकर मुले【लेखक परिचय】
【1935ई- 2009ई】
गुणाकर मुले का जन्म 1935 ई में महाराष्ट्र के अमरावती जिला बलिया उत्तरप्रदेश में हुआ उनकी प्रभिक शिक्षा दिक्षा ग्रामीण में परिवेश हुआ था शिक्षा भाषा मराठी थी उन्होंने मिडिल स्तन तक मराठी पढ़ाई की फिर वे वर्धा चले गए और वहाँ उन्हीने दो वर्षों तक नौकरी किये साथ ही अंग्रेजी व हिंदी का अध्ययन किया किया फिर इलाहाबाद आकर उन्होंने गणित विषय मे मैट्रीक से लेकर एम ए तक पढ़ाई की सन 2009 में मुले जी का निधन हो गया
1. गुणाकर मुले किस निबंध का लेखक है ?
(A) नाखून क्यो बढ़ते है। (B) नगरी लिपि
(C) परंपरा मूल्यांकन। (D) आविनयो
Answer B
2. देवनागरी लिपि में मुद्रण के टाइप कब बने ?
(A) दो सदी पहले (B) दो दशक पहले
(C) बिसबी सदी में (C) 11वीं सदी में
Answer A
3. नगरी लिपि एक कब सरदेशिक लिपि थी
(A) पद्रहबी सदी में।। (B) ईसा के पूर्व काल मे
(C) 8वी 11 वी सदी में।। (D) कभी नही
Answer C
4. पहले दक्षिण भारत की नागरी लिपि क्या कहलाती थी
(A) नदी नगरी (B) कोंननि
(C) बरही (D) सिद्धम
Answer D
5। हिंदी में आदि कबि का नाम क्या था
(A) विद्यापति (B) सरहद पाद
(C) कबीर (D) दैतिदुग
6. गुणाकर मुले का स्वर्गवास कब हुआ था ?
(A) 1909 (B) 1809
(C) 1935 (D) 2009
Answer D
7.गुणाकर मुले का जन्म किस राज्य में हुआ था ?
(A) बिहार (B) उत्तर प्रदेश
(C) महाराष्ट (D) राजस्थान
Answer c
8..गुणाकर मुले का जन्म कब हुआ था ?
(A) 1925 (B) 1915
(c) 1945 (d) 1935
Answer D
9. नगरी लिपि का आरंभिक लेख कहा से मिले है
(A) पूर्वी भारत (B) पशिमि भारत
(C) दक्षिण भारत (D) उतरी भारत
Answer C
10 वेदमादान पत्र किस समय का है
(A) 1020 ई (B) 1021ई
(C) 1022ई। (d) 1023 ई
Answer A
Class 10th Hindi Subjective Quaction 2022 Exam ||Bihar Board 10th Hindi
प्रश्न 1 देवनागरी लिपि के अक्षरों का स्थिति कैसे आई है ?
उत्तर :- 2 सदी के पूर्व या लिपि बीके टाइप बने और पुस्तक बनने लगे इसके अक्षर में स्तिति आई
प्रश्न 2. देवनागरी लिपि को कौन कौन भाषा मे लिखे गई है
उतर: – देवनागरी लिपि में संस्कृत हिंदी नेपाली मराठी गुजराती मैथली भोजपुरी माघी आदि में लिखा गया है
प्रश्न 3 लेखक किन भाषा के भारतीय लिपियों से देवनागरी का सम्बंध बाटता है
उत्तर:- लेखक गुप्त कालीन ब्राही लिपि तथा बाद सिद्धम लुपियो से देबनागरी लिपि का सम्बंध बताता है।
प्रश्न 4. नदी नगरी किसे कहा जाता है किस प्रसंग में लेखक उसका उल्लेख किया है?
उतर :- नदी नगरी देवनागरी को ही कहा जाता हैं| महाराष्ट के राष्ट्रकूट राजाओ के समय नगरी नादेड की लिपि होने के कारण कहलाने लगी
प्रश्न 5. नगरी लिपि का आरंभिक लेख कहा से प्राप्त हुए है? उनका विववर्ण दे
उत्तर:- देबनागरी लिपि का आरंभिक लेख दक्षिण भारत मे राशत्कुण्ड वंश के राजा दैतिदुग समंद दंड पत्र 754 का है
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प्रश्न 6 दतिदुर्ग का सामगड दान पत्र 754 ई० को हा प्रश्न ब्राह्मी और सिद्धम लिपि की तुलना में नागरी लिपि की पहचान क्या है?
उत्तर- ब्राह्मी लिपि और सिद्धम् लिपि की तुलना में नागरी लिपि की मुख्य पहचान है कि ब्राह्मी लिपि और सिद्धम् लिपि के अक्षरों के सिरों पर छोटी लकीरें या ठोस तिकोन हैं लेकिन नागरी लिपि के अक्षरों पर लम्बी लकीरें की चौड़ाई के अनुकूल ऊपर जाती है।
प्रश्न 7. उत्तर भारत में किन शासकों के प्राचीन नागरी लेख प्राप्त
उत्तर होते हैं? उत्तर भारत में गुर्जर-प्रतिहार वंश के शासक कन्नौज में शासन करने थे जिसमें मिहिर भोज, महेन्द्रपाल प्रसिद्ध राजा हुए। मिहिर भोजन (840-881 ई.) तक शासन किया था। उसका ग्वालियर प्रशस्ति पत्र देवनागरी लिपि का लेख है।
प्रश्न 8. नागरी की उत्पत्ति के संबंध में लेखक का क्या कहना है ? पटना से नागरी का क्या संबंध लेखक ने बताया है ?
इस उत्तर – “नागरी” की उत्पत्ति के संबंध में लेखक का कहना है कि नगर से ही नागरी शब्द बना है। पटना को कभी नगर कहा जाता था अतः पटना से ही लिपि की उत्पत्ति होने के कारण यह नागरी लिपि नाम धारण किया हो।
प्रश्न 9. नागरी लिपि कब एक सार्वदेशिक लिपि थी ?
[BSEB 13C, 12A)
उत्तर- 8वीं सदी से लेकर 11वीं सदी के बीच नागरी लिपि एक सार्वदेशिक लिपि थी।
प्रश्न 10. नागरी लिपि के साथ-साथ किसका जन्म होता है ? इस संबंध में लेखक क्या जानकारी देता है ?
उत्तर- नागरी लिपि के साथ-साथ भारतीय इतिहास एवं भारतीय संस्कृति के एक नए युग का जन्म होता है तथा नागरी के साथ-साथ अनेक प्रादेशिक भाषाएँ भी जन्म देती हैं। इस सम्बन्ध में लेखक जानकारी देता है कि आठवीं-नौवीं सदी का आरंभिक हिन्दी साहित्य प्राप्त हुआ है तथा मराठी, गुजराती बंगाली भाषा के उपलब्ध लेख भी उसी काल के हैं।
प्रश्न 11. गुर्जर प्रतिहार कौन थे ?
उत्तर- गुर्जर प्रतिहार विदेशी थे। ये भारत आकार बस गये। 8वीं सदी के पूर्वार्द्ध में अवंती प्रदेश में इन्होंने शासन कायम किया। बाद में कन्नौज पर भी इनका अधिकार हो गया। गुर्जर-प्रतिहार राजाओं में मिहिर भोज और महेन्द्रपाल आदि महान राजाओं में गिने जाते थे।